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बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, जिसे आमतौर पर बीबीए के नाम से जाना जाता है, ऐसे स्टूडेंट्स का पसंदीदा करियर ऑप्शन है जो मैनेजमेंट में अपना करियर बनाना चाहते हैं. बीबीए कोर्स में कई ऐसे आस्पेक्ट्स शामिल हैं जो स्टूडेंट्स को भावी कॉरपोरेट लीडर्स बनने के लिए तालीम देते हैं. इसलिए, इस आर्टिकल में हम बीबीए पास स्टूडेंट्स के लिए विभिन्न करियर ऑप्शन्स और जॉब प्रॉस्पेक्ट्स की महत्त्वपूर्ण जानकारी पेश कर रहे हैं.

बीबीए पास स्टूडेंट्स के लिए सूटेबल करियर प्लान

आप अपने करियर में निरंतर ग्रोथ के लिए, बीबीए का कोर्स पूरा करने के तुरंत बाद, एमएस ऑफिस और एमआईएस (मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम) एक क्विक सर्टिफिकेशन कोर्स अवश्य करें. बीबीए की डिग्री के साथ इन सॉफ्टवेयर्स की जानकारी आपका आत्मविश्वास बढ़ाएगी और आपको कॉरपोरेट वर्ल्ड में प्रवेश करने के लिये पूरी तरह तैयार करेगी. इससे आपके स्किल्स भी बढ़ेंगे और आप भावी मार्केट चुनौतियों का सामना करने के काबिल बन जायेंगे.

एक मैनेजमेंट स्टूडेंट के तौर पर आपको कम्युनिकेशन की आर्ट अवश्य सीखनी चाहिए और हाल ही की मार्केट डेवलपमेंट्स के अनुसार काम करना चाहिए. इसके अलावा, आप न्यूज़पेपर्स पढ़ने की आदत बनाएं, अपने पीयर ग्रुप के साथ ग्रुप इंटरेक्शन्स में भाग लें और नवीन मार्केट ट्रेंड्स से वाकिफ रहें. इसके अलावा, बीबीए ग्रेजुएट्स एमबीए में एडमिशन लेने के अलावा, मास कम्युनिकेशन, इवेंट मैनेजमेंट, एनीमेशन और इंग्लिश स्पीकिंग में अपने शौक, रुझान और प्रवृत्ति के अनुसार शॉर्ट-टर्म डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं.

बीबीए का भावी स्कोप

आजकल बीबीए ग्रेजुएट्स के लिए जॉब के ढेरों अवसर मौजूद हैं. खासतौर पर, बीबीए ग्रेजुएट्स एक मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर विभिन्न कंपनियों में सेल्स और मार्केटिंग डिपार्टमेंट में जॉब तलाश सकते हैं. कुछ वर्षों के अनुभव के साथ बीबीए की डिग्री से आप किसी भी कंपनी में अवश्य ही लीडरशिप पोजीशन प्राप्त कर सकते हैं. इस पेशे में शुरू में आपको रु.12,000/- से रु. 18.000/- तक प्रति माह वेतन मिलता है. यद्यपि, आपका वेतन बाज़ार में कंपनी के मूल्य के साथ ही आपके स्किल और टैलेंट पर भी निर्भर करता है.

बीबीए के बाद टॉप कोर्सेज

बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) की डिग्री प्राप्त करने के बाद आपके पास कई कोर्सेज के ऑप्शन्स मौजूद होते हैं. आप अपने रुझान पैशन, स्किल सेट और प्रवृत्ति के आधार पर पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर निम्नलिखित कोर्सेज में से कोई एक कोर्स कर सकते हैं:

मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए)

बीबीए की डिग्री प्राप्त करने के बाद- सबसे कॉमन और सबसे पसंदीदा कोर्स एमबीए (मास्टर ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन) है. इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद न केवल आपको एक सम्मानजनक मैनेजमेंट पोजीशन के साथ आकर्षक वेतन ही मिलता है बल्कि आप अपने बॉस खुद बन सकते हैं. एमबीए की समयावधि 2 वर्ष की होती है और आपको टॉप एमबीए कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए सीएटी, एक्सएटी, एसएनएपी और एमएएचसीईटी जैसे एंट्रेंस एग्जाम्स पास करने होते हैं. एमबीए कोर्सेज में मार्केटिंग, फाइनेंस, एचआर और इंटरनेशनल ट्रेड में कई स्पेशलाइजेशन कोर्सेज शामिल हैं जो आप अपनी रूचि और कौशल सेट के अनुसार चुन सकते हैं.

इसका यह मतलब है कि एमबीए करने के बाद आप टेक्नोलॉजी, हेल्थ केयर, मैन्युफैक्चरिंग, गवर्नमेंट एजेंसीज, नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन्स और एफएमसीजी कंपनियों और कार्यक्षेत्रों में जॉब्स कर सकते हैं. इस सख्त मार्केट कम्पीटीशन के युग में, अगर आपने किसी प्रसिद्ध कॉलेज से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है और आपके पास बेहतरीन कम्युनिकेशन और मैनेजमेंट स्किल्स हैं तो आप अपने करियर में बहुत तरक्की कर सकते हैं.

भारत में कुछ टॉप एमबीए कॉलेज आईआईएमज (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट), एफएमएस, आईआईएफटी, जेबीआईएमएस, एमडीआई गुड़गांव, आईएमटी गाज़ियाबाद, एमआईसीए अहमदाबाद और एक्सएलआरआई जमशेदपुर हैं.

मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (पीजीडीएम)

पीजीडीएम (मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा) एमबीए का वैकल्पिक ऑप्शन है. यद्यपि, एमबीए और पीजीडीएम कोर्सेज के बीच कोई ज्यादा फर्क नहीं है. एमबीए यूनिवर्सिटीज द्वारा ऑफर किया जाने वाला एक डिग्री कोर्स है जबकि, पीजीडीएम विभिन्न ऑटोनोमस इंस्टिट्यूशंस द्वारा ऑफर किया जाने वाल डिप्लोमा कोर्स है. कई कॉलेज 1 वर्ष के पीजीडीएम कोर्सेज भी ऑफर करते हैं. आईआईएमज और एक्सएलआरआईज में एडमिशन लेना वास्तव में काफी मुश्किल होता है इसलिये, स्टूडेंट्स मिड लेवल एमबीए कॉलेजों द्वारा ऑफर किये जाने वाले पीजीडीएम कोर्सेज कर सकते हैं. पीजीडीएम कोर्सेज का भी काफी बढ़िया करिकुलम स्ट्रक्चर होता है और जॉब्स देते समय कई कंपनियां इन कोर्सेज को महत्व देती हैं. 

मैनेजमेंट स्टडीज में मास्टर डिग्री (एमएमएस)    

मैनेजमेंट स्टडीज में मास्टर डिग्री (एमएमएस) भी एमबीए का एक वैकल्पिक ऑप्शन है. एमएमएस की ड्यूरेशन भी 2 वर्ष है और यह कोर्स विभिन्न सरकारी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटीज द्वारा ऑफर किया जाता है. इस कोर्स में एडमिशन लेने का बेसिक एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया कम से कम 50% मार्क्स के साथ किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री है. फाइनल इयर के स्टूडेंट्स भी इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं.

एमएमएस एक कोर्स के तौर पर स्टूडेंट्स को मैनेजमेंट स्किल्स सीखने और विभिन्न स्तरों पर बिजनेस एक्टिविटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है. यह कोर्स आपको एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स भी सिखाता है. इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, आपको सम्मानजनक मैनेजमेंट पोजीशन्स और काफी बढ़िया सैलरी पैकेज मिल सकते हैं.

बीबीए के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में मोस्ट सूटेबल जॉब ऑफर्स

हालांकि, सरकारी क्षेत्र में मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स का सैलरी पैकेज प्राइवेट सेक्टर की तुलना में काफी अच्छा नहीं होता है, लेकिन सरकारी क्षेत्र में काम का प्रेशर काफी कम होता है और जॉब सिक्यूरिटी तथा स्टेबिलिटी काफी ज्यादा होती है. मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए अन्य सभी सरकारी क्षेत्रों की तुलना में, बैंकिंग क्षेत्र में काम करने का स्कोप काफी ज्यादा होता है. सरकार द्वारा संचालित विभिन्न एकाउंटेंसी और फाइनेंशल इंस्टिट्यूशंस हमेशा अपनी जॉब्स के लिए युवा बीबीए ग्रेजुएट्स को महत्व देते हैं. अगर आप एक बीबीए ग्रेजुएट हैं और आपके पास महत्वपूर्ण इश्यूज को एनालाइज करने, प्लानिंग करने, रिसोर्सेज को मैनेज करने के साथ ही डाटा-क्रंचिंग का बेहतरीन स्किल सेट है, तो आप सरकारी सेक्टर में अपना शानदार करियर और भविष्य बना सकते हैं.

बीबीए ग्रेजुएट्स के लिए टॉप वर्किंग सेगमेंट्स

बीबीए की डिग्री प्राप्त करने के बाद, स्टूडेंट्स अपने रुझान, शौक और स्किल सेट के अनुसार निम्नलिखित वर्किंग सेग्मेंट्स ज्वाइन कर सकते हैं:

  • एंटरप्रेन्योरशिप
  • फाइनेंस एंड एकाउंटिंग मैनेजमेंट
  • एचआर मैनेजमेंट
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • सप्लाई चेन मैनेजमेंट
  • टूरिज्म मैनेजमेंट

आखिर में, मैनेजमेंट का करियर चुनते समय आप विशिष्ट कम्युनिकेशन स्किल्स, प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स और तुरंत निर्णय लेने का कौशल जरुर सीखना चाहिए क्योंकि इन स्किल्स के साथ आप अपनी करियर लाइन में बहुत जल्दी कर सकते हैं.

बीबीए के बाद प्राइवेट सेक्टर में उपलब्ध हैं ये जॉब ऑफर्स

प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों में काफी कॉम्पीटीशन होता है और आपको अपने क्विक प्रॉब्लम सॉल्विंग और निर्णय लेने के स्किल्स के साथ रोजाना मार्केट की चुनौतियों का सामना करना होगा. इसके अलावा, प्राइवेट कंपनियां मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स को काफी अच्छे सैलरी पैकेज ऑफर करती हैं. एमबीए ग्रेजुएट्स के लिए कुछ बढ़िया इंडस्ट्रीज के नाम इस प्रकार हैं:

  • एडवरटाइजिंग
  • एविएशन
  • बैंकिंग
  • कंसल्टेंसी
  • डिजिटल मार्केटिंग
  • एंटरटेनमेंट
  • फाइनेंस
  • इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी)
  • इंश्योरेंस
  • मीडिया
  • ऑफलाइन मार्केटिंग
  • मैन्युफैक्चरिंग

भारत में बीबीए के बाद सूटेबल जॉब्स और करियर्स

हरेक इच्छुक मैनेजमेंट प्रोफेशनल को इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल्स विकास के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. इसके अलावा, एक एमबीए ग्रेजुएट होने के नाते आपको उपलब्ध रिसोर्सेज का बेहतरीन इस्तेमाल करना आना चाहिए ताकि संबद्ध बिजनेस का तीव्र विकास हो सके. एक तरफ तो आपको किसी भी कंपनी के विभिन्न आस्पेक्ट्स जैसेकि, एकाउंटिंग, फाइनेंस, मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी आदि को हैंडल करना आना चाहिए और दूसरी तरफ, आप विशिष्ट पीपल मैनेजमेंट स्किल्स के साथ ही महत्वपूर्ण स्ट्रेटेजिक निर्णय लेने में माहिर हों.

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