[ad_1]

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन 25 अक्टूबर 2021 को विज्ञान भवन में किया गया. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के 67वें समारोह में सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया. फिल्म इंडस्ट्री में 45 साल तक अपने योगदान के लिए रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ में उनके शानदार अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (National Film Award For Best Actress) चुना गया है. रजनीकांत के अलावा मनोज बाजपेयी, धनुष और कंगना रनौत भी सम्मानित किए गए हैं.

विजेताओं को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने स्वर्ण कमल एवं रजत कमल, शॉल और ईनाम की राशि देकर सम्मानित किया. छिछोरे को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला. सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म छिछोरे के निर्देशक नितेश तिवारी को सम्मानित किया गया.

इन्‍हें भी मिला अवार्ड

अभिनेत्री कंगना रनौत को फिल्म ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाजा गया. इसके अलावा रजनीकांत के दामाद धनुष, विजय सेतुपति, मनोज वाजपेयी और नवीन नूली को भी अलग अलग अवार्ड से नवाजा गया.

अन्य पुरस्कार: एक नजर में

सर्वश्रेष्ठ फिल्म फ्रेंडली स्टेट – सिक्किम

सिनेमा पर बेस्ट किताब – संजय सूरी द्वारा रचित ‘अ गांधियन अफेयर: इंडियाज क्यूरियस पोरट्रायल ऑफ लव इन सिनेमा’

सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक – सोहिनी चट्टोपाध्याय

फीचर फिल्म्स

स्पेशल मेंशन – बिरयानी (मलयालम), जोनाकी पोरुआ (असमिया), लता भगवान कारे (मराठी), पिकासो (मराठी)

बेस्ट तुलु फिल्म – पिंजारा

बेस्ट पनिया फिल्म – केंजीरा

बेस्ट मिशिंग फिल्म – अनु रुवाद

बेस्ट खासी फिल्म – लेवदह

बेस्ट हरियाणवी फिल्म – छोरियां छोरों से कम नहीं होती

बेस्ट छत्तीसगढ़ी फिल्म – भुलान थे माजे

बेस्ट तेलुगु फिल्म – जर्सी

बेस्ट तमिल फिल्म – असुरन

बेस्ट हिंदी फिल्म – छिछोरे

बेस्ट मराठी फिल्म – बार्दो

बेस्ट बंगाली फिल्म – गुमनामी

नॉन फीचर फिल्म केटेगरी

बेस्ट नरेशन – वाइल्ड कर्नाटक, सर डेविड अटेन्बर्ग

बेस्ट एडिटिंग – शट अप सोना, अर्जुन गौरीसराई

बेस्ट ऑटोबायोग्राफी – राधा, ऑल्विन रेगो और संजय मौर्या

बेस्ट ऑन-लोकेशन साउंड रिकॉर्डिस्ट – रहस, सप्तर्षि सरकार

बेस्ट सिनेमेटोग्राफी – सोनसी, सविता सिंह

बेस्ट डायरेक्शन – नॉक नॉक नॉक, सुधांशु सरिया

फैमिली वैल्यूज – ओरू पाथिरा स्वपनम पोले (मलयालम)

बेस्ट शार्ट फिक्शन फिल्म – कस्टडी

स्पेशल जूरी अवॉर्ड – स्मॉल स्केल सोसायटीज

बेस्ट एनीमेशन फिल्म – राधा

बेस्ट इनवेस्टिगेटिव फिल्म – जक्कल

बेस्ट एक्सप्लोरेशन फिल्म – वाइल्ड कर्णाटक

बेस्ट एजुकेशन फिल्म – एपल्स एंड ओरांजेस

बेस्ट फिल्म ऑन सकल इश्यूज – होली राइट्स, लाडली

बेस्ट एक्शन डायरेक्शन अवॉर्ड

स्टंट – अवाने श्रीमन्नारायण (कन्नड़)

बेस्ट कोरियोग्राफी – महर्षि (तेलुगू)

बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स – मरक्कर

स्पेशल जूरी अवॉर्ड – ओत्था सेरुप्पू साइज- 7 (तमिल)

बेस्ट लिरिक्स – कोलम्बी (मलयालम)

बेस्ट स्क्रीनप्ले

ओरिजिनल स्क्रीनप्ले – ज्येष्ठोपुत्री

एडाप्टेड स्क्रीनप्ले – गुमनामी

डायलॉग राइटर – द ताशकंत फाइल्स

बेस्ट सिनेमेटोग्राफी – जल्लीकट्टू

बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर – बार्दो

बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर – बी प्राक, केसरी, तेरी मिट्टी

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस – पल्लवी जोशी,  द ताशकंत फाइल्स

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर – विजय सेतुपति, सुपर डीलक्स

बेस्ट एक्ट्रेस – कंगना रनौत

बेस्ट एक्टर – मनोज बाजपेयी और धनुष

बेस्ट डायरेक्शन – बहत्तर हूरें

बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म – कस्तूरी

दादा साहेब फाल्‍के पुरस्‍कार: एक नजर में

दादा साहेब फाल्‍के पुरस्‍कार यह हिंदी सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्‍कार माना जाता है. इस पुरस्कार की शुरुआत साल 1969 में हुई थी. सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर यह सर्वोच्च पुरस्कार दिया जाता है. दादा साहेब फाल्‍के पुरस्‍कार के तहत दस लाख रुपए नगद और स्वर्ण कमल पदक व एक शाल प्रदान की जाती है. दादा साहेफ फाल्‍के ने पहली फ‍िल्‍म राजा हरिश्चन्द्र का निर्माण किया था.



[ad_2]

Source link

Written by admin

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *